कोसी नदी के जलस्तर में तेजी से उतार-चढ़ाव हो रहा है। नदी के किनारे बसे लोग तटबंध के अंदर सहम गए हैं। नदी का जल स्त्राव आगे विकराल स्वरूप की ओर इशारा कर रहा है। नदी की धारा ने नदी किनारे बसे गांव पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। दूर-दूर तक अब पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। घोघररिया गांव के मिथिलेश यादव बताते हैं कि लोग सुरक्षा के मद्देनजर तैयारी में जुटे हैं। पशुओं को ऊंचे स्थान पर ले जाना शुरू कर दिया गया है। लोगों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा अब भगवान के हाथ में है। जलस्त्राव बढ़ जाए तो हालात बिगड़ सकते हैं।
नेपाल के तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कोसी के जलस्तर में भारी वृद्धि हो रही है. इस वजह से जिले के पांच प्रखंडों में बाढ़ का खतरा प्रबल होता जा रहा है.
शनिवार की अहले सुबह चार बजे भीमनगर कोसी बराज का जलस्तर 01 लाख 30 हजार 465 क्यूसेक स्थिर अवस्था में दर्ज की गयी थी. जबकि बराह क्षेत्र में 85 हजार क्यूसेक पानी घटते क्रम में दर्ज किया गया था. लेकिन 06 बजे कोसी बराज पर 01 लाख 48 हजार 910 क्यूसेक व बराह क्षेत्र में 01 लाख 32 हजार 500 क्यूसेक बढ़ते क्रम में दर्ज किया गया. सुबह 08 बजे बराज पर 01 लाख 57 हजार 630 क्यूसेक व बराह क्षेत्र में 01 लाख 42 हजार 250 क्यूसेक पानी बढ़ते क्रम में दर्ज किया गया. सुबह 10 बजे कोसी बराज पर 01 लाख 97 हजार 260 व बराह क्षेत्र में 01 लाख 57 हजार क्यूसेक पानी बढ़ते क्रम में दर्ज किया गया. दोपहर 12 बजे कोसी बराज पर 02 लाख 33 हजार 810 व बराह क्षेत्र में 01 लाख 72 हजार 500 बढ़ते क्रम में दर्ज किया गया. 02 बजे कोसी बराज पर 02 लाख 69 हजार 550 व बराह क्षेत्र में 01 लाख 77 हजार 750 क्यूसेक पानी बढ़ते क्रम में दर्ज किया गया. वहीं शाम चार बजे कोसी बराज पर 02 लाख 79 हजार 75 व बराह क्षेत्र में 01 लाखा 83 हजार क्यूसेक पानी बढ़ते क्रम में दर्ज किया गया. शनिवार को ढाई लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद लोगों को बाढ़ का खतरा सता रहा है और वे काफी डरे-सहमे हुए हैं.
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