ब्रज किशोर ज्योतिष संस्थान, डॉ रहमान चौक, सहरसा के संस्थापक ज्योतिषाचार्य पंडित तरुण झा जी ने बताया कि मिथिला विश्वविद्यालय पंचांग के अनुसार इस साल रक्षाबंधन के दिन भद्रा प्रातःकाल से शुरू होकर दोपहर 1 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगी। भद्रा के दौरान राखी बांधने की मनाही है, इसलिए राखी केवल 1:32 बजे के बाद बांधनी चाहिए, जो कि उचित और शुभ होगा।
रक्षा बंधन भाई-बहन के प्यार और समर्पण का प्रतीक है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई अपनी बहन को सुरक्षा का वचन देता है। राखी को रक्षा सूत्र भी कहा जाता है, और बहन अपने भाई की कलाई पर इसे बांधते समय उसकी लंबी उम्र की कामना करती है।
हिन्दू धर्म के धार्मिक अनुष्ठानों में रक्षासूत्र बांधते समय आचार्य जी संस्कृत में एक श्लोक का उच्चारण करते हैं, जिसमें रक्षाबंधन का संबंध राजा बलि से स्पष्ट होता है। भविष्यपुराण के अनुसार, इन्द्राणी द्वारा निर्मित रक्षासूत्र को देवगुरु बृहस्पति ने इन्द्र के हाथों बांधते हुए यह श्लोक उच्चारित किया था
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