शनिवार को रमेश झा महिला महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने राज्य सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा लिए गए एकतरफा निर्णय के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का उद्देश्य विभिन्न मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करना और शिक्षा विभाग की नीतियों में सुधार की मांग करना था।
प्रदर्शन के दौरान, महाविद्यालय के प्राचार्य को एक ज्ञापन सौंपा गया जिसमें कई महत्वपूर्ण मांगें रखी गईं। ज्ञापन में विश्वविद्यालय की स्वायत्तता पर किए गए हमलों को तुरंत रोकने की अपील की गई। इसके अलावा, वेतन और पेंशन भुगतान में नई-नई शर्तों के जरिए टालमटोल की नीति को समाप्त करने की मांग की गई। प्राध्यापकों ने वेतन-पेंशन और महंगाई भत्ता के भुगतान में हो रही देरी को भी समाप्त करने की मांग की। साथ ही, बीएनएमयू मधेपुरा में शिक्षकों की प्रोन्नति के लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा करने की भी अपील की गई।
धरना प्रदर्शन में महाविद्यालय के कई वरिष्ठ प्राध्यापक और शिक्षकों ने भाग लिया। इस मौके पर प्रोफेसर सूरज मणि कुमार, डॉ. एके ठाकुर, प्रोफेसर नरेंद्र पांडे, डॉ. अनिल कुमार, प्रोफेसर रमेश चंद्र झा, डॉ. अभय कुमार, डॉ. प्रत्यक्षा राज, डॉ. वरुण कुमार, डॉ. रेनू, डॉ. अनीता, डॉ. अजीता प्रियदर्शी, डॉ. वंदना मिश्रा, डॉ. प्रियंका, डॉ. रमा, डॉ. अनुजा, डॉ. ज्योति रानी सिन्हा और प्रोफेसर निक्की कुमारी उपस्थित थे।
0 Comments