अखिल भारतीय साहित्य परिषद् द्वारा नया बाजार स्थित परिषद् के उप कार्यालय पूर्णिमा सदन में रविवार को एक महत्वपूर्ण मासिक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का मुख्य आकर्षण बिहार सरकार द्वारा प्रदत्त राजकीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित परिषद् के महासचिव शिक्षक आनंद कुमार झा का मिथिलांचल की परंपरा के अनुसार पाग और अंगवस्त्र से सम्मानित किया जाना था। यह सम्मान शिक्षक झा को उनके शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया था, जो कि परिषद् के लिए एक विशेष उपलब्धि मानी जा रही है।
बैठक की अध्यक्षता परिषद् के अध्यक्ष अवधेश झा अवध ने की। उन्होंने अपने संबोधन में शिक्षक आनंद कुमार झा को पुरस्कार मिलने पर शुभकामनाएं व्यक्त की और इसे परिषद् परिवार की विशिष्ट उपलब्धि के रूप में सराहा। अध्यक्ष अवधेश झा ने बताया कि यह राजकीय सम्मान लगातार शिक्षा सेवा में उत्कृष्ट योगदान और बच्चों के हित में काम करने का प्रतिफल है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि श्री झा न केवल एक समर्पित शिक्षक हैं, बल्कि साहित्य की सेवा में भी निरंतर सक्रिय हैं, जो कि उनकी बहुपरकारी भूमिका को दर्शाता है।
बैठक में परिषद् के सभी साहित्यकारों और पदाधिकारियों ने शिक्षक आनंद कुमार झा के उज्जवल भविष्य की कामना की और उनके सम्मान को सराहा। इसके अलावा, बैठक के दुसरे सत्र में एक कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कवि गोष्ठी में सभी कवियों ने अपनी-अपनी कविताओं से उपस्थित सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिससे बैठक का माहौल साहित्यिक प्रेरणा और उल्लास से भरा रहा।
इस अवसर पर परिषद् के संरक्षक इंजीनियर रामेश्वर ठाकुर, ओम प्रकाश मुन्ना, डॉ. मुरारी सिंह, दिलीप झा दर्दी, कुमार विक्रमादित्य, रघुवंश झा, मनोज कुमार, पंडित आनंद शास्त्री और अन्य प्रमुख साहित्यिक हस्तियाँ भी उपस्थित रहीं। इन सभी ने बैठक की सफलता और साहित्यिक गतिविधियों की सराहना की, जिससे परिषद् की प्रेरणादायक गतिविधियों को एक नई ऊर्जा मिली।
इस बैठक ने न केवल साहित्यिक और शैक्षिक क्षेत्र में परिषद् की प्रतिबद्धता को दर्शाया, बल्कि सदस्यता और सम्मान के प्रति उनके समर्पण को भी पुनः प्रमाणित किया।
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