सहरसा : बैजनाथपुर इलाके में रविवार को एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया। एक डीलर द्वारा गरीब परिवार की राशन के अधिकार की अनदेखी करते हुए उन पर जानलेवा हमला किया गया। घायल महिला की पहचान बिजेंद्र पंडित की पत्नी सुनीता देवी के रूप में हुई है, जबकि उनका बेटा नंदन कुमार भी इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुआ है।
राशन लेने गए थे मां-बेटा
मिली जानकारी के अनुसार, सुनीता देवी और उनका बेटा नंदन कुमार रविवार को बैजनाथपुर के राशन डीलर कैलाश यादव के पास अनाज लेने पहुंचे थे। सुनीता देवी, जो गरीब परिवार से हैं, पिछले तीन महीने से लगातार राशन की मांग कर रही थीं। उनके पास बीपीएल कार्ड होने के बावजूद, उन्हें नियमित रूप से अनाज नहीं मिल पा रहा था।
डीलर कैलाश यादव ने इस बार भी अनाज देने से इनकार कर दिया। यह बात सुनीता देवी के लिए सहन से बाहर थी, क्योंकि उनका परिवार पहले ही खाद्य सामग्री की कमी से जूझ रहा था। इसी दौरान डीलर और सुनीता देवी के बीच गर्मा-गर्मी होने लगी और बात विवाद तक पहुंच गई।
विवाद के दौरान बर्बरता की हद
जब सुनीता देवी ने राशन के अपने हक के लिए जोर दिया, तो डीलर कैलाश यादव ने आपा खो दिया और उन्होंने महिला पर हमला कर दिया। यादव ने लाठी से सुनीता देवी पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। उनके शरीर पर कई जगह गंभीर चोटें आईं और वह अधमरी हो गईं। जब उनका बेटा नंदन कुमार अपनी मां को बचाने के लिए आगे आया, तो डीलर ने उस पर भी हमला कर दिया। नंदन को भी गंभीर चोटें आई हैं, और दोनों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
परिवार का आक्रोश
घटना के बाद, परिवार का आक्रोश फूट पड़ा। सुनीता देवी की रिश्तेदार मंजू देवी ने बताया कि उन्हें पिछले तीन महीने से राशन नहीं मिला है, जबकि वे कई बार डीलर से गुहार लगा चुके हैं। मंजू देवी ने कहा, "हमने बार-बार प्रशासन से अपील की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। डीलर की मनमानी इस कदर बढ़ चुकी है कि वह गरीबों के राशन पर डाका डालने से भी नहीं हिचकते। अब तो हद हो गई, जब उसने एक महिला और उसके बेटे को लाठियों से पीट-पीट कर अधमरा कर दिया।"
परिवार का आरोप है कि डीलर कैलाश यादव गरीबों के अधिकारों का खुलेआम उल्लंघन कर रहा है और प्रशासन को इस मामले में कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बारे में जानकारी मिलने पर बैजनाथपुर थाना प्रभारी अरमोद कुमार ने बताया, "हमें मारपीट की जानकारी मिली है। पीड़ितों की ओर से आवेदन मिला है और पुलिस इस घटना की जांच कर रही है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।"
इस बीच, स्थानीय लोगों ने भी डीलर की मनमानी के खिलाफ आवाज उठाई है। उनका कहना है कि राशन वितरण में अनियमितता और भ्रष्टाचार आम हो गया है और गरीबों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।
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