सहरसा, बिहार—सहरसा जिले के सलखुआ थाना क्षेत्र के टेंगराहा गांव में शुक्रवार की देर रात एक गंभीर घटना सामने आई, जिसमें जमीन विवाद के कारण एक व्यक्ति को गोली मार दी गई। घटना में 42 वर्षीय जवाहर यादव गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत पास के प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। गोली उनके पेट में लगी है, और उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
विवाद की पुरानी जड़ें
घटना टेंगराहा गांव के वार्ड संख्या 13 की है, जहां लंबे समय से जमीन विवाद का तनाव बना हुआ था। घायल के बड़े भाई अशोक यादव के अनुसार, यह विवाद विद्यानंद यादव और उनके परिवार के साथ चल रहा था। अशोक यादव ने कहा कि यह झगड़ा दो साल से अधिक समय से जारी था, और यह शुक्रवार रात को हिंसक रूप से तब बढ़ गया जब विद्यानंद यादव का बेटा और अन्य परिवार के सदस्य उनके घर पर आ गए और हमला कर दिया।
अशोक यादव ने बताया कि हमले में विद्यानंद यादव का बेटा और उनके परिवार के अन्य सदस्य—दीपक कुमार, प्रभात कुमार, मुन्ना कुमार, डेनजील कुमार, सरवन कुमार, मुकेश और राजेश—शामिल थे। इन सभी ने मिलकर जवाहर यादव के दरवाजे पर आकर उन पर गोली चला दी, जो सीधे उनके पेट में लगी। घायल के परिवार का आरोप है कि यह हमले पूर्व नियोजित था और इसका मकसद उन्हें जान से मारना था।
पुलिस जांच में जुटी
घटना की सूचना मिलते ही सलखुआ थाना के पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की छानबीन शुरू कर दी है। थाना अध्यक्ष विशाल कुमार ने बताया कि यह घटना भूमि विवाद से संबंधित है, और गोली लगने की पुष्टि की गई है। उन्होंने कहा, "घायल का इलाज चल रहा है, और मामले में आगे की कार्रवाई आवेदन मिलने के बाद की जाएगी।"
क्षेत्र में तनाव का माहौल
इस गोलीबारी के बाद टेंगराहा गांव में तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जमीन विवाद के कारण गांव में पहले भी छोटे-मोटे झगड़े हुए हैं, लेकिन इस बार की घटना ने हिंसा की नई सीमा को पार कर दिया है। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
बिहार में बढ़ती भूमि विवाद की घटनाएं
बिहार में भूमि विवाद से संबंधित हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। राज्य के ग्रामीण इलाकों में ज़मीन के मामलों को लेकर झगड़े और हिंसा की घटनाएं आम होती जा रही हैं। सहरसा जिले में इस तरह की घटनाओं की संख्या में वृद्धि प्रशासन के लिए एक चुनौती बन गई है। पुलिस द्वारा इस मामले में त्वरित कार्रवाई और न्याय की मांग की जा रही है ताकि प्रभावित परिवार को न्याय मिल सके और दोषियों को सज़ा दी जा सके।
पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी
भूमि विवाद और हिंसक झगड़ों के मामलों में पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। ऐसे मामलों में पुलिस की तत्परता और निष्पक्षता से मामलों को सुलझाने में मदद मिल सकती है। सलखुआ थाना अध्यक्ष विशाल कुमार ने आश्वासन दिया है कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और दोषियों को कानून के तहत दंडित किया जाएगा।
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