सहरसा के बटरहा वार्ड 36 में एक shocking घटना सामने आई है, जिसमें अज्ञात बदमाशों ने एक घर में घुसकर दो महिलाओं के साथ मारपीट की। इस हमले में घायल हुई महिलाओं की पहचान एकता झा (35) और उनकी 60 वर्षीय मां भगवती झा के रूप में हुई है। दोनों का इलाज अब शहर के गायत्री निजी नर्सिंग होम में चल रहा है।
घटना के बारे में जानकारी प्राप्त करने पर पता चला कि दोनों महिलाएं महिषी थाना क्षेत्र के लौहार गांव की निवासी हैं और वे बटरहा वार्ड 36 में युके झा के मकान के तीसरी मंजिल पर किराए पर रह रही थीं।
घटना की पृष्ठभूमि
एकता झा, जो सहरसा व्यवहार न्यायालय में एक वकील के रूप में काम कर रही हैं, ने बताया कि घटना की पूर्व संध्या, यानी 7 अक्टूबर को, वह जीआर कोर्ट में एक केस के सिलसिले में गई थीं। वहां पर एक महिला पुलिस कर्मी, जो सिविल ड्रेस में थीं, के साथ उनकी नोकझोंक हो गई। एकता के अनुसार, दोनों के बीच हाथापाई भी हुई थी। इस दौरान महिला पुलिस कर्मी नीलू कुमारी ने एकता को धमकी दी थी कि "चार दिनों में पता चल जाएगा।"
हमले का विवरण
एकता ने आरोप लगाया कि उसी महिला पुलिस ने उनके खिलाफ बदमाशों को भेजा था। वह बताती हैं कि जब उनकी मां बीच-बचाव के लिए पहुंचीं, तो उन्हें तीन मंजिल से नीचे फेंक दिया गया। यह पूरी घटना स्थानीय लोगों के सामने हुई, जिन्होंने तुरंत दोनों महिलाओं को निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया।
पुलिस की कार्रवाई
इस घटना के बाद सदर थाने की पुलिस ने मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। सदर एसडीपीओ आलोक कुमार ने बताया कि घायल महिलाएं अस्पताल में इलाजरत हैं और उनके द्वारा दिए गए बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। एसडीपीओ ने यह भी कहा कि पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों को पकड़ा जाएगा।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों ने घटना की निंदा की है और यह कहा है कि ऐसी घटनाएं समाज के लिए शर्मनाक हैं। कुछ निवासियों ने आरोप लगाया है कि पुलिस की उपस्थिति में ऐसे हमले होना चिंता का विषय है।
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