मेले का मुख्य आकर्षण देर रात आयोजित किया गया मैया जागरण कार्यक्रम रहा, जिसमें स्थानीय भक्तों और श्रद्धालुओं ने भरपूर भागीदारी की। इस कार्यक्रम में भक्ति गीतों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से वातावरण में उत्साह और श्रद्धा का संचार हुआ। दर्शकों ने गीतों पर झूमते हुए माता की आराधना की, जिससे पूरा माहौल भक्तिमय हो गया।
गोआरी गाँव के लोग हर वर्ष इस पर्व को धूमधाम से मनाते हैं, जिससे यह आयोजन न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक एकता का प्रतीक भी बन जाता है। मेला परिसर में कई प्रकार की stalls भी लगाई गई थीं, जहाँ स्थानीय हस्तशिल्प, खाने-पीने की चीजें और अन्य सामान बिक रहे थे।
इस पर्व के दौरान गाँव के लोग अपने परिवार और मित्रों के साथ मिलकर समय बिताते हैं, जिससे आपसी रिश्तों में भी मजबूती आती है। कोजगरा पर्व के इस भव्य उत्सव ने गाँव की संस्कृति और परंपराओं को और भी समृद्ध किया है।
0 Comments