डॉ. रिचा मिश्रा और उनके सहायक चिंटू ने तत्परता से प्रसव की प्रक्रिया को संभाला। उनकी विशेषज्ञता और सावधानी के कारण मां और बच्चे दोनों को सुरक्षित बचा लिया गया। प्रसव के बाद महिला को चिकित्सा सहायता प्रदान की गई, और उनकी स्वास्थ्य स्थिति को स्थिर पाया गया।
बच्चे के जन्म के बाद मां और नवजात दोनों को आगे की देखभाल के लिए डीएमसीएच (दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल) रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों का मानना है कि दोनों स्वस्थ हैं और उन्हें उचित चिकित्सा मिलने से जल्द ही ठीक हो जाएंगे।
इस घटना ने ट्रेन के अन्य यात्रियों में खुशी की लहर दौड़ा दी। यात्रियों ने डॉ. रिचा मिश्रा और उनकी टीम की सराहना की, जिन्होंने संकट के समय में अपनी पेशेवर योग्यता का प्रदर्शन किया।
यह घटना न केवल एक अद्वितीय अनुभव है, बल्कि यह दर्शाती है कि संकट के समय में मानवता और तत्परता कैसे महत्वपूर्ण होती है। अब मीना कुमारी और उनके नवजात शिशु का स्वास्थ्य ठीक है, और सभी ने राहत की सांस ली है।
Bihar की हर खबर के लिए जुड़े रहिए Chandra Times के साथ… साथ हीं हर खबर से जुड़े रहने के लिए Chandra Times का News APP जरूर डाउनलोड कर लें
0 Comments