सहरसा नगर निगम क्षेत्र के कायस्थ टोला में 27 सितंबर 2024 को एक 9 वर्षीय बच्ची के साथ घर में काम करने आए मजदूर मोहम्मद नफीस ने दुष्कर्म का प्रयास किया। बच्ची की चीख-पुकार सुनकर परिवार के सदस्यों ने समय रहते उसे बचाया और आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। बच्ची के बयान के आधार पर पोक्सो एक्ट के तहत आरोपी पर मामला दर्ज कर उसे जेल भेजा गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार , आरोपी मजदूर मोहम्मद नफीस ने भी पीड़िता के परिवार पर झूठे आरोप लगाते हुए जानलेवा हमला, मारपीट और लूट के आरोप में सदर थाना में एक मुकदमा दर्ज करवा दिया है
आरएसएस धर्म जागरण द्वारा आयोजित बैठक में जिला संयोजक सागर कुमार नन्हें ने इस प्रकरण की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, "अगर अपराधी खुद को बचाने के लिए काउंटर केस करने लगे तो न्याय की उम्मीद खत्म हो जाएगी। जिस बच्ची के साथ इतना घिनौना अपराध हुआ, उल्टे उसी के परिवार पर मुकदमा कर दिया गया है, जिससे हिंसा के खिलाफ कोई आवाज नहीं उठेगी।"
उन्होंने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह झूठा मुकदमा कहीं न कहीं एक साजिश का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य पीड़ित परिवार की आवाज को दबाना है। नन्हें ने कहा, "जिस पीड़िता ने अपना बयान अदालत में दिया, उसी के परिवार पर मुकदमा होना न्याय की हत्या है। यह पूरी घटना भविष्य में ऐसे मामलों को न्यायालय तक पहुंचने से रोकने की साजिश लगती है।"
इस घटना के बाद से पीड़िता के परिवार को लगातार धमकियां मिल रही हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही। अलग-अलग नंबरों से उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। नन्हें ने कहा कि दोषी व्यक्ति खुद को बचाने के लिए झूठे मुकदमे का सहारा ले रहा है ।
सागर कुमार नन्हें ने बताया कि समाज में इस अन्याय को लेकर आक्रोश है, और अविलंब पुलिस अधीक्षक से मिलकर झूठे मुकदमे को खारिज करने की मांग की जाएगी। साथ ही, इस मामले में शामिल पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की जाएगी।
बैठक में प्रिंस सिंह, राज सिंह चम्पू, गोबिंद पासवान, गुलशन सिन्हा, शिवम वर्मा, और प्रशांत सिंह राजू सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
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