इसके बाद जिलाधिकारी ने अस्पताल के भर्ती मरीजों से उनकी तबियत पूछी और दी जा रही चिकित्सा सेवाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए सिविल सर्जन और उपाधीक्षक को निर्देश दिए कि अस्पताल आने वाले प्रत्येक मरीज को समुचित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने शौचालय और पेयजल व्यवस्था का भी जायजा लिया। संतोषजनक व्यवस्था पाए जाने पर उन्होंने इसे बनाए रखने का निर्देश अस्पताल प्रशासन को दिया। इसके अलावा, आपातकालीन विभाग का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने देखा कि चिकित्सक वहां उपस्थित थे, लेकिन पेयजल की उपलब्धता के लिए वाटर कूलर की क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता महसूस की। उपाधीक्षक को इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए।
अस्पताल परिसर के पीछे जल जमाव की समस्या को देखते हुए जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को इसका समुचित समाधान निकालने के निर्देश दिए। साथ ही, सीटी स्कैन मशीन में बिजली की समस्या पाई गई, जिसके समाधान के लिए जिलाधिकारी ने तुरंत आवश्यक कार्रवाई करने का आदेश दिया।
इस मौके पर सिविल सर्जन, उपाधीक्षक और अस्पताल प्रबंधक भी उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने अस्पताल के प्रबंधन को निर्देश दिया कि वे सभी समस्याओं का शीघ्र समाधान करें ताकि अस्पताल की सुविधाएं और सेवाएं बेहतर हो सकें और मरीजों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
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