बिहार: चुनावी मुकाबला तेज, जीतन राम मांझी का बड़ा बयान
2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने हाल ही में एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में 20 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। उनके इस बयान से राजनीतिक माहौल में नई गर्मी आ गई है, साथ ही उन्होंने तेजस्वी यादव को भी नसीहत दी। जीतन राम मांझी ने बिहार की राजनीति में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराते हुए दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में उन्हें एनडीए से 20 सीटें मिलनी चाहिए, हालांकि उनके कार्यकर्ता उन्हें 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का आग्रह कर रहे हैं।
*20 सीटों पर चुनाव लड़ने का मन, कार्यकर्ताओं के दबाव से प्रभावित*
जीतन राम मांझी ने जहानाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में उन्हें 20 सीटों पर चुनाव लड़ने का अधिकार मिलना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि उनके कार्यकर्ता उनसे 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का आग्रह कर रहे हैं, लेकिन वह इस पर शीर्षस्थ नेताओं से बात करेंगे। मांझी ने कहा कि अगर उन्हें 20 सीटें भी मिलती हैं, तो वह सरकार से अपने क्षेत्र की विकास की मांगों को प्रभावी तरीके से पूरा करवा सकेंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि पटना के गांधी मैदान में उनकी पार्टी का एक बड़ा जुटान होगा, और वहां पर जो निर्णय लिया जाएगा, वह पूरे संगठन के लिए मान्य होगा।
*तेजस्वी यादव को दी नसीहत, नीतीश कुमार से की तुलना*
इस दौरान जीतन राम मांझी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद नेता तेजस्वी यादव पर भी टिप्पणी की। तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव को यह समझना चाहिए कि नीतीश कुमार की तुलना अपने पिता लालू प्रसाद यादव से न करें। मांझी ने कहा कि जिस नजरिए से तेजस्वी नीतीश कुमार को देख रहे हैं, उसी नजरिए से बिहार की जनता नीतीश कुमार को विकास की दृष्टि से देख रही है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की अगुवाई में बिहार में पिछले 20 वर्षों में जितना विकास हुआ है, उतना कार्य लालू यादव के शासनकाल में नहीं हुआ था।
*विकास की दिशा में नीतीश कुमार का योगदान*
मांझी ने यह भी कहा कि तेजस्वी को यह समझना चाहिए कि बिहार में विकास कार्यों के मामले में नीतीश कुमार ने ऐतिहासिक काम किया है। उन्होंने तेजस्वी को सलाह दी कि वे नीतीश कुमार के कार्यों को सही दृष्टिकोण से देखें और जनता के विकास के प्रति उनके योगदान को समझने का प्रयास करें।
*नए सदस्य बने हम पार्टी में*
इस मौके पर जीतन राम मांझी ने यह भी घोषणा की कि उनकी पार्टी, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम), में नए सदस्य शामिल हुए हैं। पूर्व डीएसपी प्रशांत भूषण श्रीवास्तव और शिक्षक सुनील कुमार ने हम पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। मांझी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी लगातार बिहार के विकास के लिए काम करेगी और वे जनता के बीच अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए कदम उठाएंगे।
*राजनीतिक परिप्रेक्ष्य*
राजनीतिक दृष्टिकोण से देखें तो जीतन राम मांझी का यह बयान 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की पूर्वाभ्यास के रूप में देखा जा सकता है। मांझी ने पहले भी बिहार में कई महत्वपूर्ण राजनीतिक फैसलों में भाग लिया है, और अब वे एक बार फिर से खुद को एक प्रभावशाली राजनीतिक चेहरा के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं। एनडीए के सहयोगी दल के रूप में मांझी की पार्टी अब सत्ता में तो है, लेकिन आने वाले चुनावों में वे अपनी ताकत और प्रभाव को और मजबूत करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
*निष्कर्ष*
जीतन राम मांझी का यह बयान बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है। उनकी पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और एनडीए के बीच सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा शुरू हो गई है। इसके अलावा, उन्होंने तेजस्वी यादव के बयान पर न केवल पलटवार किया, बल्कि नीतीश कुमार की नेतृत्व क्षमता की सराहना भी की। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी विधानसभा चुनाव में मांझी की पार्टी किस प्रकार अपनी स्थिति को मजबूती से पेश करती है और बिहार की राजनीति में क्या नया मोड़ आता है।
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