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चंद्रा टाइम्स

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Bihar news : बिहार सरकार की ऐतिहासिक पहल: गंगा और कोसी नदियों पर बनेंगे छह पीपा पुल, ग्रामीणों की जीवनशैली में आएगा बदलाव




पटना: बिहार सरकार ने गंगा और कोसी नदियों पर सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार ने भोजपुर, बक्सर, मधेपुरा, खगड़िया, समस्तीपुर और वैशाली जिलों में पीपा पुलों के निर्माण के लिए लगभग 57 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है। इस निर्णय से न केवल इन जिलों के ग्रामीण इलाकों का आपसी जुड़ाव मजबूत होगा, बल्कि ग्रामीणों को नावों पर निर्भरता से भी छुटकारा मिलेगा।

छह जिलों में तीन बड़े पीपा पुलों का निर्माण

उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि इन पीपा पुलों से नदियों के दोनों ओर बसे सैकड़ों गांवों के करीब 10 लाख लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि इन पुलों के निर्माण से ग्रामीणों को नावों के बजाय स्थिर और सुरक्षित सड़क मार्ग मिलेगा, जिससे उनका जीवन आसान होगा। सम्राट चौधरी ने इस परियोजना को बिहार सरकार की प्रतिबद्धता के रूप में बताया, जो ग्रामीण इलाकों में बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए कार्य कर रही है।

भोजपुर जिले में गंगा पर 732 मीटर लंबा पुल

भोजपुर जिले के महुली घाट से सिताब दियारा के बीच गंगा नदी पर 732 मीटर लंबा पीपा पुल बनेगा। यह पुल बिहार के भोजपुर जिले और उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के दर्जनों गांवों को जोड़ने का कार्य करेगा। इस पुल के निर्माण पर 15 करोड़ 20 लाख रुपये की राशि मंजूर की गई है। इस पुल के बनने से इन इलाकों में सड़क संपर्क बेहतर होगा और लोग आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंच सकेंगे।

मधेपुरा और खगड़िया के बीच 500 मीटर लंबा पुल

मधेपुरा और खगड़िया जिलों को जोड़ने के लिए मधेपुरा के जीरो माइल से कपासिया घाट तक कोसी नदी पर 500 मीटर लंबा पीपा पुल बनाना तय किया गया है। इस पुल पर 25.13 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह पुल करीब 14 पंचायतों के लगभग 80,000 लोगों को फायदा पहुंचाएगा। पुल के बनने के बाद इन इलाकों में आवागमन में आसानी होगी और ग्रामीणों को नावों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। 

बक्सर जिले में गंगा नदी पर बनेगा नैनीजोर-हल्दी पुल

बक्सर जिले के नैनीजोर गांव और उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के हल्दी गांव के बीच भी गंगा नदी पर 732 मीटर लंबा पीपा पुल बनाने का निर्णय लिया गया है। इस पुल के निर्माण के लिए 16.47 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। पुल के बन जाने से बक्सर और बलिया जिलों के दर्जनों गांवों के बीच आवागमन सुगम होगा और यातायात में लगने वाला समय भी कम हो जाएगा।

नावों पर निर्भरता से निजात

उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि इन पीपा पुलों के निर्माण से ग्रामीण इलाकों का आपसी जुड़ाव मजबूत होगा और सबसे बड़ी बात यह है कि इन क्षेत्रों के लोग नावों पर निर्भर नहीं रहेंगे। अब उन्हें बेहतर सड़क संपर्क मिलेगा, जिससे उनका जीवन सरल और सुरक्षित हो सकेगा।

ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा

इन पीपा पुलों के निर्माण से ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क संपर्क बढ़ेगा, जो गांवों के आर्थिक और सामाजिक विकास में सहायक होगा। बेहतर यातायात सुविधा से किसान अपनी कृषि उत्पादों को आसानी से बाजार में बेच सकेंगे, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी। इसके अलावा, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्रों में भी सुधार होगा। 

राज्य सरकार की प्रतिबद्धता

सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार हर जिले के गांवों को बेहतर यातायात सुविधाएं प्रदान करने के लिए कृतसंकल्पित है। इन पीपा पुलों के निर्माण से ग्रामीण इलाकों में समग्र विकास को बल मिलेगा और बिहार को एक नई दिशा मिलेगी।

बिहार सरकार के इस कदम से राज्य में सड़क कनेक्टिविटी को नया आयाम मिलेगा, जिससे ग्रामीण इलाकों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।

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