Live

6/recent/ticker-posts

चंद्रा टाइम्स

चंद्रा टाइम्स

Bihar news :शराब मामले में फंसे चार पुलिसकर्मी निलंबित, थाना परिसर में पेड़ से बरामद हुई छुपाई गई शराब




पटना, ब्यूरो रिपोर्ट:  बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन इसके बावजूद शराब माफियाओं और प्रशासन के बीच मिलीभगत की खबरें आती रहती हैं। हाल ही में, पटना के सुलतानगंज थाने के चार पुलिसकर्मियों को शराब के खेल में लूट-खसोट और माफियाओं से सांठगांठ के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया। पटना एसएसपी अवकाश कुमार ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। इन पुलिसकर्मियों पर जब्त की गई शराब को छुपाने और माफियाओं को लाभ पहुंचाने का आरोप है।  

शराब तस्करों की गिरफ्तारी से खुला मामला 
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब 14 जनवरी को सुलतानगंज थाना की पुलिस ने मरीन ड्राइव से तीन शराब तस्करों—संजय कुमार, राहुल कुमार और रौनक कुमार—को गिरफ्तार किया। इन तस्करों से पूछताछ के दौरान चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। उन्होंने बताया कि उनके पास तीन बैग थे, जिनमें कुल 46 बोतल विदेशी शराब थीं। तस्करों ने यह भी बताया कि वे बाढ़ से एनएमसीएच (पटना) के पास शराब की डिलीवरी करने जा रहे थे।  

शराब की बोतलों में हेरफेर का आरोप
  
तस्करों ने बताया कि मरीन ड्राइव पर सुलतानगंज थाने के पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका और पूछताछ शुरू की। जब पुलिसकर्मियों को पता चला कि वे शराब ले जा रहे हैं, तो उन्होंने गाड़ी के चालक को छोड़ दिया और शराब की बोतलों में हेरफेर किया। कुल 46 बोतलों में से 16 बोतल पुलिसकर्मियों ने अपने पास रख लीं और केवल 30 बोतल को जब्ती में दिखाया।  

थाना परिसर से बरामद हुई छुपाई गई शराब
  
तस्करों के खुलासे के बाद एसएसपी अवकाश कुमार ने जांच के आदेश दिए। जांच के दौरान थाना परिसर में स्थित एक पेड़ के पास से 16 बोतल शराब बरामद हुईं। यह देखकर थाना परिसर में हर कोई हैरान रह गया। आरोपियों ने यह भी स्वीकार किया कि तस्करी में शामिल गाड़ी के चालक को छोड़ दिया गया था।  

सस्पेंड और गिरफ्तार हुए पुलिसकर्मी
  
सिटी एसपी (ईस्ट) डॉ. के रामदास ने बताया कि जांच में दोषी पाए जाने के बाद चार पुलिसकर्मियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया। इन पुलिसकर्मियों में सहायक अवर निरीक्षक (एएसआई) मुरारी कुमार, सिपाही नागेंद्र पासवान, अग्निशमन चालक शैलेश कुमार यादव और संतोष पासवान शामिल हैं। उन्हें गिरफ्तार कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है।  

एसएसपी ने दी कड़ी चेतावनी

पटना एसएसपी अवकाश कुमार ने कहा कि पुलिस की वर्दी पहनकर यदि कोई कानून का दुरुपयोग करता है, तो उसे सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों से पुलिस विभाग की छवि खराब होती है। यह कार्रवाई एक कड़ा संदेश है कि भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों में लिप्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।  

बिहार में शराबबंदी और पुलिस की भूमिका पर सवाल

इस घटना ने बिहार में लागू शराबबंदी कानून और इसकी प्रभावी क्रियान्वयन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। शराबबंदी कानून के तहत पुलिस को अवैध शराब की तस्करी रोकने और माफियाओं पर शिकंजा कसने की जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन जब खुद पुलिसकर्मी ही इस काले धंधे में शामिल हों, तो यह न केवल कानून के प्रति जनता के विश्वास को चोट पहुंचाता है, बल्कि शराबबंदी कानून के क्रियान्वयन की सच्चाई को भी उजागर करता है।  

निष्कर्ष

इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए न केवल सख्त कानून, बल्कि ईमानदार और पारदर्शी प्रशासन की भी आवश्यकता है। पटना पुलिस द्वारा की गई यह कार्रवाई सराहनीय है और उम्मीद है कि इससे अन्य पुलिसकर्मियों के लिए एक नजीर स्थापित होगी। साथ ही, यह घटना बिहार में शराबबंदी को लेकर प्रशासन की कमियों को उजागर करती है, जिन पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।

Post a Comment

0 Comments