मोतिहारी, राज्य ब्यूरो: बिहार के मोतिहारी जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला मुखिया से रंगदारी की मांग की गई। ग्राम पंचायत राज मधुरापुर की मुखिया इंदु देवी को धमकी दी गई कि यदि वह 10 लाख रुपये नहीं देंगी, तो उनके साथ बुरा अंजाम होगा। यह धमकी फोन पर दी गई, और गाली-गलौज भी की गई। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इंदु देवी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
फोन पर हुई धमकी और गाली-गलौज
इंदु देवी के पति के मोबाइल पर बुधवार को एक अज्ञात शख्स का फोन आया था। जब इंदु देवी ने फोन उठाया, तो फोन करने वाले ने उनसे कहा कि वह 10 लाख रुपये रंगदारी के रूप में दें, वरना गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इसके बाद, फोन करने वाले शख्स का एक अन्य साथी भी फोन पर आया और उसने महिला मुखिया से गाली-गलौज करते हुए धमकी दी। इस दौरान इंदु देवी ने फोन पर हुई पूरी बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी बनाई, जिसे उन्होंने पुलिस को सौंपा है।
शक जताया गया कि आरोपी पंचायत के ही सदस्य हैं
मुखिया इंदु देवी ने अपनी शिकायत में यह भी उल्लेख किया कि जिस मोबाइल नंबर से धमकी दी गई, वह संभवत: उनके ही पंचायत के एक व्यक्ति का हो सकता है। आरोपी का नाम इश्तेयाज अहमद बताया जा रहा है। इसके अलावा, फोन करने वाले शख्स के साथी का नाम प्रवीण कुमार यादव है। दोनों आरोपियों पर रंगदारी मांगने और गाली-गलौज करने का आरोप है।
पुलिस में शिकायत और कार्रवाई की उम्मीद
इस मामले के बाद, महिला मुखिया ने चकिया थाना में शिकायत दर्ज करवाई और पुलिस से कड़ी कार्रवाई की गुहार लगाई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, फोन करने वालों की पहचान के लिए साइबर टीम भी काम कर रही है, ताकि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।
सामाजिक सुरक्षा पर सवाल
यह घटना बिहार में महिला मुखिया की सुरक्षा और पंचायत के भीतर व्याप्त कुप्रथाओं पर सवाल खड़ा करती है। पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका और जिम्मेदारी को देखते हुए इस प्रकार की घटनाएं बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में आम होती जा रही हैं। खासकर महिला मुखियाओं के लिए इस तरह के घटनाक्रम चिंताजनक हैं। रंगदारी की मांग और गाली-गलौज जैसी घटनाओं से पंचायत प्रतिनिधियों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं।
मुखिया की सुरक्षा की मांग
इंदु देवी ने इस मामले में अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं से न केवल उनका बल्कि पूरे पंचायत के लोगों का मनोबल टूटता है। उन्होंने पुलिस से तुरंत कार्रवाई करने की अपील की और कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और कार्रवाई की आवश्यकता है।
आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जरूरत
यह मामला केवल एक महिला मुखिया के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। पंचायतों में भ्रष्टाचार और अवैध मांगों को लेकर काम करने वाले लोग इस प्रकार की धमकियों के माध्यम से अपनी ताकत का इस्तेमाल कर रहे हैं। पुलिस की जिम्मेदारी बनती है कि वह इस तरह के अपराधियों को सलाखों के पीछे डाले और सुनिश्चित करें कि पंचायत प्रतिनिधियों और नागरिकों को सुरक्षित माहौल मिले।
निष्कर्ष
बिहार के मोतिहारी जिले की महिला मुखिया से रंगदारी की मांग की घटना राज्य में पंचायत प्रतिनिधियों की सुरक्षा को लेकर एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है, लेकिन स्थानीय नेताओं और प्रशासन को इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। इस मामले में सख्त कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके और पंचायतों में काम करने वाले प्रतिनिधियों को सुरक्षित माहौल मिल सके।
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