पटना, राज्य ब्यूरो: बिहार के बुनियादी ढांचे में एक और ऐतिहासिक विकास होने जा रहा है। वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे से पटना-आरा-सासाराम फोरलेन को जोड़ेगा वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे, सोन नदी पर बनेगा नया पुल*अब पटना-आरा-सासाराम फोरलेन को जोड़ा जाएगा। इस परियोजना के तहत सोन नदी पर बिंदौल और कोशीहान के बीच एक नया पुल बनाया जाएगा। यह पुल कोइलवर पुल से लगभग 10 किमी दूर स्थित होगा और इसके निर्माण के बाद पटना, भोजपुर और रोहतास जिलों के लोगों को बड़ा लाभ मिलेगा।
ग्रीनफील्ड एनएच-119ए का होगा विस्तार
यह परियोजना ग्रीनफील्ड एनएच-119ए के विस्तार के तहत आएगी। केंद्र सरकार ने इस सड़क के निर्माण के लिए आर्थिक कार्य विभाग (डीईए) से मंजूरी दे दी है। सड़क निर्माण का टेंडर जारी किया जा चुका है, और निर्माण एजेंसी के चयन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। चुनी गई एजेंसी को ढाई साल में इस परियोजना को पूरा करना होगा और अगले 15 वर्षों तक इसकी देखभाल करनी होगी।
इस ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क की कुल लंबाई 120 किमी होगी और इसे दो चरणों में बनाया जाएगा।
- *पहला चरण:* पटना से आरा तक 46 किमी लंबाई में, जिसकी लागत लगभग 1796 करोड़ रुपये होगी।
- *दूसरा चरण:* आरा से सासाराम तक 74 किमी लंबाई में, जिसकी लागत 2101 करोड़ रुपये आंकी गई है।
आरा शहर को मिलेगा रिंग रोड
इस परियोजना में आरा शहर के लिए रिंग रोड का निर्माण भी प्रस्तावित है। रिंग रोड बनने से आरा के यातायात में सुधार होगा और स्थानीय लोगों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।
सोन नदी पर बनेगा सातवां पुल
बिंदौल और कोशीहान के बीच बनने वाला यह पुल सोन नदी पर बनने वाला सातवां पुल होगा। फिलहाल सोन नदी पर पांच पुलों से आवागमन हो रहा है, जबकि छठे पुल का निर्माण कार्य जारी है। वर्तमान में सोन नदी पर निम्नलिखित पुल संचालित हैं:
1. *कोइलवर पुल:* वर्तमान में सोन नदी पर कोइलवर में दो पुल हैं।
2. *अरवल-सहार पुल*
3. *दाउदनगर-नासरीगंज पुल*
4. *जीटी रोड पुल*
5. *पंडुका घाट पुल:* निर्माणाधीन है और डेहरी ऑन सोन से अकबरपुर-यदुनाथपुर सड़क से जोड़ा जाएगा।
अब, सातवां पुल बिंदौल और कोशीहान के बीच बनेगा, जो सोन नदी पर बढ़ते यातायात और क्षेत्रीय संपर्कता को और मजबूत करेगा।
अलाइनमेंट का विवरण
यह फोरलेन पटना से शुरू होकर गोनवां, पड़री, रामतारी, कायमनगर, बामपाली, असनी, गड़हनी, उदवंतनगर, और तरारी होते हुए रोहतास जिले के गंगौली, अकोढ़ी गोला और सुअरा से होते हुए सासाराम पहुंचेगी।
लखनऊ और दिल्ली यात्रा होगी आसान
इस परियोजना के पूर्ण होने के बाद पटना से लखनऊ और दिल्ली जाने वाले यात्रियों के लिए यात्रा समय कम हो जाएगा। वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे से सीधा संपर्क होने से बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच व्यापार और परिवहन को भी बढ़ावा मिलेगा।
परियोजना का समय-सीमा और लागत
- निर्माण कार्य इस वर्ष मई 2025 तक शुरू होने की संभावना है।
- परियोजना का पूरा कार्य 2028 तक संपन्न होने का लक्ष्य रखा गया है।
- कुल लागत लगभग 3897 करोड़ रुपये होगी।
क्षेत्रीय विकास को मिलेगा बढ़ावा
पटना-आरा-सासाराम फोरलेन और सोन नदी पर नए पुल के निर्माण से क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा। सड़क नेटवर्क के बेहतर होने से स्थानीय व्यापार, कृषि, और उद्योग को नई ऊंचाई मिलेगी। इसके अलावा, यात्रियों और स्थानीय निवासियों को सुगम आवागमन का लाभ मिलेगा।
निष्कर्ष
बिहार में बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में यह परियोजना एक बड़ा कदम है। सोन नदी पर नया पुल और फोरलेन सड़क के निर्माण से न केवल पटना, भोजपुर, और रोहतास जिलों को फायदा होगा, बल्कि यह राज्य और देश के अन्य हिस्सों के बीच संपर्कता को भी मजबूत करेगा। 2028 तक परियोजना के पूरा होने के बाद, यह क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
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