सहरसा पुलिस ने फर्जी लूटकांड का खुलासा करते हुए मात्र दो घंटे में साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया। घटना के पीछे उज्जीवन फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी सुमित कुमार सुमन की साजिश निकली।
क्या था मामला?
17 जनवरी की शाम करीब 7:30 बजे सुमित ने पुलिस को सूचना दी कि अंबेडकर चौक के पास तीन बाइक सवार बदमाशों ने हथियार के बल पर उससे 1,77,880 रुपए और एक मोबाइल फोन लूट लिया। सहरसा सदर एसडीपीओ आलोक कुमार ने बताया कि सुमित के बयान में विरोधाभास नजर आया।
तकनीकी जांच और सच का खुलासा
पुलिस ने सुमित के बयान की जांच शुरू की। तकनीकी साक्ष्यों में कई गड़बड़ियां पाई गईं। सघन पूछताछ के बाद सुमित ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसने खुलासा किया कि लूट की घटना झूठी थी और उसने खुद ही यह साजिश रची थी।
बरामदगी और पुलिस की कार्रवाई
सुमित के घर से 81,000 रुपए नकद और कंपनी का मोबाइल फोन बरामद किया गया। पुलिस अब शेष राशि की बरामदगी के लिए प्रयासरत है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने मामले का पर्दाफाश किया। इस टीम में सहरसा सदर थाना अध्यक्ष सुबोध कुमार और अन्य अधिकारी शामिल थे। उनकी सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई की बदौलत यह मामला जल्द ही सुलझ गया।
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