सहरसा: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) सहरसा इकाई ने स्थानीय सराही आरबीसी बायोलॉजी क्लासेस में स्वामी विवेकानंद जयंती सह राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर भव्य संगोष्ठी एवं युवा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा स्वामी विवेकानंद और मां सरस्वती की प्रतिमाओं पर दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम का संचालन और स्वागत संबोधन
कार्यक्रम का संचालन अभाविप नगर मंत्री अंशु कुमार ने किया। वहीं, स्वागत भाषण देते हुए शिक्षक राकेश कुमार ने स्वामी विवेकानंद को एक महान संत, योगी और समाज सुधारक बताया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने का उद्देश्य युवाओं को उनके आदर्शों और सिद्धांतों से प्रेरित करना है, ताकि वे अपने जीवन को सफल बना सकें।
मुख्य वक्ताओं का संबोधन
कार्यक्रम में उत्तर बिहार प्रांत सहमंत्री सुश्री समीक्षा यदुवंशी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, “स्वामी विवेकानंद हम सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने शिकागो में अपने ऐतिहासिक भाषण के माध्यम से भारतीय हिन्दू दर्शन की महानता को दुनिया के सामने रखा। विवेकानंद जी के विचारों को आत्मसात करना हर भारतीय के लिए आवश्यक है, क्योंकि यही हमें विश्वगुरु बनने की राह पर ले जा सकते हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस को देशभर में धूमधाम से मनाता है। महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, “अबला नहीं तूफान हैं हम, भारत की शान हैं।”
अभाविप जिला सहसंयोजक कृष्णकांत गुप्ता ने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने बताया कि पहली बार 12 जनवरी 1985 को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया गया था। स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था और उनका असली नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था।
कार्यक्रम के महत्व पर जोर
अभाविप नगर अध्यक्ष प्रो. डॉ. मनोज चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं युवाओं के सशक्तिकरण, शिक्षा और नैतिक मूल्यों के महत्व को रेखांकित करती हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी जी का सपना एक सुंदर और प्रगतिशील भारत का निर्माण था, जिसे साकार करने के लिए विद्यार्थी परिषद निरंतर समाज में सक्रिय भूमिका निभा रही है।
कार्यक्रम में युवाओं की भागीदारी
इस अवसर पर सैकड़ों युवा उपस्थित थे, जिनमें नगर उपाध्यक्ष अरविंद मुन्ना, सर्व नारायण सिंह, राम कुमार सिंह, कॉलेज अध्यक्ष गणेश यादव, कॉलेज मंत्री रोशन कुमार, एसएफएस संयोजक अभिषेक सिंह, कॉलेज उपाध्यक्ष तन्मय राज सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल थे। महिला प्रतिभागियों में सिम्मी कुमारी, डेजी, रीतू, नैना, श्रुति, तनु, साक्षी, और नीलम आदि का भी उल्लेखनीय योगदान रहा।
कार्यक्रम का उद्देश्य और निष्कर्ष
यह कार्यक्रम युवाओं के लिए प्रेरणा का एक उत्कृष्ट मंच साबित हुआ। स्वामी विवेकानंद के विचारों को आत्मसात करते हुए युवाओं को अपने कर्तव्यों और अधिकारों के प्रति जागरूक बनाया गया। संगोष्ठी के माध्यम से समाज में शिक्षा, सशक्तिकरण, और नैतिक मूल्यों के महत्व पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम में युवाओं ने न केवल स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरणा ली, बल्कि उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प भी लिया। इस आयोजन ने स्वामी विवेकानंद के सपनों के भारत के निर्माण की दिशा में एक नई ऊर्जा का संचार किया।
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