सहरसा जिले के नलकूप पूरब बाजार में आगामी 19 मार्च से आयोजित होने वाले श्री राम महायज्ञ एवं श्री राम कथा के भव्य और दिव्य आयोजन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। इस संबंध में सनातन श्री नारायण सेवा संस्थान की एक बैठक आयोजित की गई। बैठक का आयोजन यज्ञ स्थल पर किया गया, जिसकी अध्यक्षता सागर कुमार नन्हें ने की।
महायज्ञ और राम कथा का आयोजन: श्रद्धालुओं के लिए विशेष अवसर
बैठक में श्री राम महायज्ञ और श्री राम कथा के कार्यक्रम को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। सागर कुमार नन्हें ने कहा, "नलकूप पूरब बाजार में यह परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है, जिसमें सामाजिक सहयोग से यज्ञ का आयोजन होता है। इस वर्ष, श्रद्धालुओं के आग्रह पर कार्यक्रम को और भव्य स्वरूप दिया गया है। श्री राम महायज्ञ और श्री राम कथा का दिव्य आयोजन क्षेत्र के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा।"
उन्हेंने यह भी बताया कि इस वर्ष के कार्यक्रम को विशेष बनाने के लिए देश के सुप्रसिद्ध और विश्व विख्यात कथावाचक कथा सुनाने के लिए उपस्थित होंगे। वहीं, अयोध्या और वृंदावन से कई विद्वान आचार्यों को आमंत्रित किया गया है, जो महायज्ञ का संचालन करेंगे।
महायज्ञ की शुरुआत: भव्य कलश शोभा यात्रा से होगा शुभारंभ
बैठक का संचालन कर रहे प्रशांत सिंह राजू ने बताया कि इस वर्ष का महायज्ञ नौ दिवसीय होगा। इसका शुभारंभ चैत्र कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि को, यानी 19 मार्च बुधवार की सुबह 6 बजे, भव्य कलश शोभा यात्रा से होगा। शोभा यात्रा में श्रद्धालुओं की बड़ी भागीदारी की संभावना है।
उन्होंने यह भी बताया कि कलश यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। श्रद्धालु जो कलश धारण करना चाहेंगे, वे संस्था के सदस्य से संपर्क कर अपना नाम दर्ज करवा सकते हैं।
आयोजन की तैयारियों में समिति की सक्रिय भागीदारी
बैठक में आयोजन को सफल बनाने के लिए समिति के सदस्यों ने अपने विचार साझा किए और जिम्मेदारियां तय कीं। बैठक में उपस्थित प्रमुख सदस्यों में जिला परिषद प्रतिनिधि रजनीश कुमार, सुजीत सान्याल, बुल्लू झा, बिटू गुप्ता, बंटी झा, विनीत सिंह, गुलशन सिन्हा, रौनक सिंह, रवि सिंह, मानिभूषण, गोलू सिंह, रिशु सिंह, अभिषेक गुप्ता, और शंकर ठाकुर आदि शामिल थे।
सदस्यों ने बताया कि इस कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने के लिए सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं। क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर इस आयोजन को प्रचारित किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु इस महायज्ञ का लाभ उठा सकें।
आयोजन के उद्देश्य और महत्त्व
यह आयोजन न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक एकता और सहयोग का प्रतीक भी है। नलकूप पूरब बाजार में इस तरह के आयोजन से समाज में परंपराओं का संरक्षण होता है और युवाओं को अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक किया जाता है।
सागर कुमार नन्हें ने कहा, "यह कार्यक्रम समाज को एक नई दिशा देगा। आस्था और अध्यात्म के इस पर्व में सभी श्रद्धालुओं से सक्रिय भागीदारी की अपील की जाती है।"
समाज के लिए अपील
आयोजन समिति ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस भव्य आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और इसे सफल बनाएं। कलश यात्रा, महायज्ञ, और श्री राम कथा के माध्यम से सहरसा में एक नए अध्याय की शुरुआत होगी, जो क्षेत्र के धार्मिक और सांस्कृतिक विकास में योगदान देगा।
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